DBWS/S1/51124
05/11/2024 Tuesday, Sidhi
सीधी एक पूर्व जिला पंचायत सदस्य के लिए जिला पंचायत सीईओ को कथित तौर पर रिश्वत देने का प्रयास करना भारी पड़ गया। जब उन्होंने सीईओ अंशुमन राज को मिठाई का डिब्बा भेंट करना चाहा, तो सीईओ ने इसे सिरे से ठुकरा दिया। साथ ही, सीईओ ने वह मिठाई का डिब्बा उनके मुंह पर फेंकते हुए तुरंत पुलिस को मामले की सूचना दी और संबंधित व्यक्ति को पुलिस के हवाले कर दिया।
दरअसल, जिले में जिला पंचायत सीईओ के रूप में आईएएस अधिकारी अंशुमन राज की हाल ही में पोस्टिंग हुई है, और उन्हें अपर कलेक्टर का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है। सोमवार को पूर्व पंचायत सदस्य अखिलेश कुशवाहा, सीईओ अंशुमन राज के कार्यालय में मिठाई का एक डिब्बा और नोटों से भरा लिफाफा लेकर पहुंचे।
सीईओ अंशुमन राज के अनुसार, जैसे ही उन्होंने मिठाई का डिब्बा खोला, उसमें नीचे लिफाफे नजर आए। यह देखकर उन्होंने अंदाजा लगा लिया कि मिठाई के डिब्बे में पैसे भी भेजे गए हैं। इसके बाद उन्होंने उस डिब्बे को अखिलेश कुशवाहा के मुंह पर फेंकते हुए तत्काल कोतवाली थाने को फोन कर घटना की जानकारी दी।
घटना की सूचना मिलने के बाद कोतवाली थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों व्यक्तियों को हिरासत में लेकर थाने ले गई, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है। जिला पंचायत सीईओ अंशुमन राज, जो हाल ही में सीधी जिले में पदस्थ हुए हैं, अपनी सख्त कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने पहले भी कई रोजगार सहायकों और सचिवों के खिलाफ कार्रवाई की है।
कोतवाली थाना प्रभारी अभिषेक उपाध्याय ने बताया कि सोमवार का यह मामला है, जिसमें सीईओ अंशुमन राज की ओर से पुलिस को सूचित किया गया था। दोनों व्यक्तियों को थाने लाकर उनसे पूछताछ की जा रही है। हालांकि, दोनों व्यक्ति अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार कर रहे हैं, लेकिन मौके पर मौजूद गवाहों और सीईओ के बयान के आधार पर मामले की पूरी जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, इस मामले में पूर्व जिला पंचायत सदस्य अखिलेश कुशवाहा ने अपनी सफाई दी है। उन्होंने कहा कि वह पहली बार जिला पंचायत सीईओ से मिलने आए थे और इसलिए अपने साथ मिठाई का डिब्बा लेकर आए थे। उनके अनुसार, जो पैसे उनके पास थे, वे निजी काम के लिए रखे थे, और उनका सीईओ को देने का कोई इरादा नहीं था। उन्होंने दावा किया कि सीईओ को गलतफहमी हुई है कि वह रिश्वत देने के उद्देश्य से वहां गए थे, जबकि ऐसा उनका कोई उद्देश्य नहीं था।