AE के ऑफिस में लोकायुक्त का छापा, सहयोगी 20 हजार रुपये रिश्वत लेकर गायब
“फरियादी सुरेश दांगी ने बताया कि एई रमेश वर्मा ने उनसे रिश्वत की मांग की, जबकि उनके प्लॉट के कागजात पूरे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें मकान बनाने की अनुमति चाहिए, तो रिश्वत क्यों दें। उन्हें नियमानुसार अनुमति दी जानी चाहिए।”
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Updated : 11 November 2024 Monday, Sehore
सीहोर l सीहोर के लुनिया चौराहा के निवासी सुरेश दांगी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्यवाही का आगाज किया है। भोपाल के लोकायुक्त ऑफिस में शिकायत दर्ज कराते हुए सुरेश ने बताया कि उनके पास उनके प्लॉट की पूरी रजिस्ट्री और डायवर्जन कागजात मौजूद हैं, फिर भी मकान निर्माण की अनुमति के लिए उनसे एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी जा रही थी। सुरेश ने अपनी शिकायत में कहा, “मैं भ्रष्टाचारमुक्त भारत चाहता हूं, मेरे कागजात पूरे हैं तो मैं रिश्वत क्यों दूं?”
शिकायत के बाद लोकायुक्त भोपाल की पुलिस ने मामले की जांच की, जिसके बाद आज नगर पालिका सीहोर के कार्यालय में ए ई रमेश वर्मा के कार्यालय में छापा मारा गया। छापे के दौरान एई का एक सहयोगी, जो कि रिश्वत के 20 हजार रुपये ले रहा था, मौके से फरार हो गया। उसकी तलाश जारी है।
लोकायुक्त टीम के एक सदस्य ने बताया कि सुरेश दांगी की शिकायत पर एई रमेश वर्मा को ट्रैप करने की योजना बनाई गई थी। सत्यता की पुष्टि के बाद आज यह कार्रवाई की गई। दांगी ने बताया कि एई वर्मा ने उनसे मकान निर्माण की अनुमति के लिए रिश्वत मांगी थी, जबकि उनके प्लॉट के सभी कागजात पूरे थे। जब उन्होंने रिश्वत देने से मना किया, तो उन्हें मजबूरन शिकायत दर्ज करानी पड़ी।
आज जब सुरेश रिश्वत की पहली किस्त के 20 हजार रुपये देने पहुंचे, तो एई ने अपने एक सहयोगी के माध्यम से यह रकम लेने की व्यवस्था की। सहयोगी ने पैसे लिए और एक झोले में डालकर तुरंत भाग निकला। लोकायुक्त की टीम ने एई रमेश वर्मा के कार्यालय में तलाशी और कार्यवाही की, जिससे नगर पालिका कार्यालय में हलचल मच गई।
इस पूरी कार्यवाही से नगर पालिका कार्यालय में हड़कंप का माहौल है, और कई अधिकारी एवं कर्मचारी इसे लेकर चिंतित हैं।