जंगली जानवरों से फसल क्षति का प्रतिवेदन
Report on Crop Damage by Wild Animals
कार्यालय प.ह.न………… रा.नि.मं………. तहसील………………. जिला…………………
प्रति,
श्रीमान नायब तहसीलदार महोदय
रा.नि.मं……………. तहसील………………
जिला………………….
विषय : जंगली जानवर द्वारा ……………. की फसल को नष्ट करने के सम्बन्ध में हुई क्षति का प्रतिवेदन
उपरोक्त विषयान्तर्गत लेख है कि आवेदक………………. पिता……………… जाति………… निवासी……………….. के द्वारा बताया गया कि ग्राम……………. प.ह.न………….. स्थित भूमि खसरा नंबर……………. रकबा………………. पर बोई गई ………………… की फसल को जंगली सूअर द्वारा रौंदकर-खाकर नष्ट कर दिया गया है। आवेदक के बताये अनुसार एवं आपके निर्देशानुसार मेरे एवं वन निरीक्षक के द्वारा दल बनाकर के स्थल निरिक्षण कर क्षति का आंकलन किया गया। फसल में ……. प्रतिशत क्षति पाई गई। फसल की क्षति……………….रूपये है।
संलग्न:
1. फसल क्षति का पत्रक
2. राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 प्रारूप दो
3. स्थल पंचनामा
पटवारी
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प्रारूप दो
(राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 कण्डिका 6 देखिये)
| 1 | विपत्तिग्रस्त व्यक्ति का नाम और उसके पिता का नाम तथा पूर्ण पता | |
| 2 | विपत्तिग्रस्त व्यक्ति कृषक है अथवा गैर कृषक? यदि कृषक है तो कृषि भूमि का पूर्ण ब्यौरा | …………………………………………………………………………………………………………………………… |
| 3 | हानि का पूर्ण विवरण – 01 फसल हानि 02 पशु पक्षी (मुर्गी/मुर्गा) हानि 03 मकान की क्षति -क्षतिग्रस्त मकान का पूर्ण विवरण – आकार प्रयोजन एवं क्षति का विवरण 04 कपडा/बर्तन/खाद्यान्न की हानि 05 जनहानि (मृतक से आवेदक का सम्बन्ध) 06 शारीरिक अंग हानि अन्य हानि- जिसके लिए रा.पु. परिपत्र 6-4 में सहायता देय है। | |
| 4 | क्या विपत्तिग्रस्त व्यक्ति निराश्रित है और क्या उसका कोई ऐसा सम्बन्धी या मित्र नहीं है जो उसकी सहायता कर सके। | |
| 5 | पूर्ण औचित्य बतलाते हुए वित्तीय सहायता जो तत्काल दी जनि चाहिए उसका ब्यौरेवार विवरण। | |
| 6 | क्या स्थानीय दान के जरिये सहायता की व्यवस्था संभव नहीं है ? | |
| 7 | क्या विपत्तिग्रस्त व्यक्ति ऋण चाहता है और वह कोई शोधक्षम प्रतिभूमि देने के लिए तैयार है ? | |
| 8 | कितना ऋण माँगा है ? ऋण दिए जाने का पूर्ण औचित्य बताया जाना चाहिए। | |
| 9 | अन्य विवरण |
हस्ताक्षर पटवारी
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कार्यालय प.ह.न…….. रा.नि.मं……………. तहसील……………….. जिला……………….
फसल क्षति पत्रक
| क्र | भूमिस्वामी का नाम /पिता का नाम | कुल धारित रकबा | खसरा नंबर | बोया गया रकबा | प्रभावित रकबा | फसल का नाम | सिंचित/असिंचित | क्षति का प्रतिशत | अनुमानित क्षति | आर.बी.सी. 6-4 के तहत प्रस्तावित राशि | स्वीकृत राशि | अन्य विवरण |
|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
| 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 |
| . . . . . . . . . . . . . . . | ||||||||||||
| योग |
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पटवारी
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स्थल पंचनामा
आज दिनांक……………… को ग्राम………………. प.ह.न……… रा.नि.मं………………… तहसील………….…… जिला………….. में उपस्थित हुआ। जहां आवेदक………………… पिता………………………जाति……………………निवासी……………………. के द्वारा बताया गया कि ग्राम……………… प.ह.न. ……………… स्थित भूमि खसरा नंबर……………. रकबा …………… भूमिस्वामी……………………………. पर बोई गई …………….…. की फसल को जंगली सूअर द्वारा दिनांक………………….. समय लगभग……………………. को रौंदकर-खाकर नष्ट कर दिया गया है। आवेदक के बताये अनुसार एवं आपके निर्देशानुसार मेरे, वन निरीक्षक के द्वारा स्थल निरिक्षण कर क्षति का आंकलन किया गया। फसल में………..प्रतिशत क्षति पाई गई। मौका स्थल पर आवेदक, वन रक्षक, ग्राम कोटवार तथा ग्रामवासी उपस्थित थे।
मौका स्थल पर पंचनामा तैयार किया, पढ़कर सुनाया तत्पश्चात हस्ताक्षर अंगूठा-निशानी लिए गए।
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