यह दस्तावेज़ आयुक्त भू-संसाधन प्रबंधन, मध्य प्रदेश द्वारा राज्य के सभी जिला कलेक्टरों को जारी किया गया एक आधिकारिक पत्र है। इसका मुख्य विवरण निम्नलिखित है:

मुख्य सारांश

  • विषय: ई-विकास प्रणाली के माध्यम से उर्वरक (खाद) वितरण के लिए AgriStack डाटा (फार्मर रजिस्ट्री) का उपयोग करना ।
  • उद्देश्य: सभी भूधारी किसानों की फार्मर आईडी (Farmer ID) बनाना और उनकी समस्त कृषि भूमि को इससे जोड़ना (मैपिंग करना), ताकि किसानों को उर्वरक प्राप्त करने में कोई असुविधा न हो ।+1

महत्वपूर्ण बिंदु

  • फार्मर आईडी का महत्व: फार्मर रजिस्ट्री का प्रभावी उपयोग तभी संभव है जब किसान की पूरी भूमि की जानकारी सिस्टम में उपलब्ध हो ।
  • ई-विकास प्रणाली: प्रदेश के सभी जिलों में उर्वरक वितरण की प्रक्रिया ई-विकास प्रणाली के जरिए की जानी है । इसके तहत केवल उन्हीं किसानों की जानकारी सिस्टम में दिखेगी जिनकी फार्मर आईडी जेनरेट हो चुकी है ।+1
  • निर्देश: सभी जिलों को निर्देशित किया गया है कि वे समस्त भूधारी किसानों की आईडी बनाने और उनकी जमीनों को लिंक करने की कार्यवाही सुनिश्चित करें ।

दस्तावेज़ का विवरण

  • पत्र क्रमांक: 1755/MPLRS/FDB/2025
  • दिनांक: 17 दिसंबर 2025
  • जारीकर्ता: अनुभा श्रीवास्तव, आयुक्त, भू-संसाधन प्रबंधन, मध्य प्रदेश

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